January 17, 2025January 17, 2025 5:56 pm
अड्दाइज्जेसु स्तुति
।। अड्दाइज्जेसु स्तुति ।।
अड्दाइज्जेसु दीव-समुद्देसु , पनरससु कम्म-भूमीसु;
जावंत के वि साहू , रय-हरण-गुच्छ-पडिग्गह-धरा ……………………… 1 .
पंच-मह-व्वय-धरा , अट्ठारस-सहस्स-सीलंग-धरा;
अक्खुया-यार-चरित्ता , ते सव्वे सिरसा मणसा , मत्थएण वंदामि ………………… 2 .