चैत्यवन्दन जैन विधिश्री विमलनाथजी का चैत्यवन्दन, स्तवन एवं थूई January 15, 2025January 15, 2025 10:07 pm श्री विमलनाथजी का चैत्यवन्दन, स्तवन एवं थूई shree vimalnathji ka chaityavandan
श्री पद्मप्रभस्वामीजी का चैत्यवन्दन, स्तवन एवं थूईश्री पद्मप्रभस्वामीजी का चैत्यवन्दन, स्तवन एवं थूई READ MOREREAD MORE
तीन प्रदक्षिणा (परिक्रमा) करते समय बोलने के दोहेतीन प्रदक्षिणा (परिक्रमा) करते समय बोलने के दोहे परमात्मा के तीन प्रदक्षिणा करते समय बोलने के दोहे १. काल अनादि अनंत थी भव भ्रमण नो नहीं पार,ते भव{...} READ MOREREAD MORE
श्री सिद्धाचलजी का तीसरा चैत्यवन्दन – रायण पगलाजीश्री सिद्धाचलजी का तीसरा चैत्यवन्दन – रायण पगलाजी एह गिरि ऊपर आदिदेव, प्रभु प्रतिमा वंदो,रयण हेठे पादुका, पूजिने आनंदो। 1एह गिरिनि महिमा अनंत, कुन करे वखान,चैत्री पुनमने दीने,{...} READ MOREREAD MORE