मन्नह जिणाणं सज्झाय सूत्र

मन्नह जिणाणं सज्झाय सूत्र

|| मन्नह जिणाणं सज्झाय सूत्र ||

मन्नह जिणाणमाणं, मिच्छं परिहरह, 
धरह सम्मत्तं छव्विह-आवस्सयम्मि,
 उज्जुत्तो होइ पइ-दिवसं    1

पव्वेसु पोसह-वयं, दाणं सीलं तवो अ भावो अ
सज्झाय नमुक्कारो, परोवयारो अ जयणा अ    2

जिण-पूआ जिण-थुणणं, गुरु-थुअ साहम्मिआण वच्छल्लं ववहारस्स य सुद्धी, 
रह-जत्ता तित्थ-जत्ता य    3

उवसम-विवेग-संवर, 
भासा-समिई छजीव-करुणा य
धम्मिअ-जण-संसग्गो, 
करण-दमो चरण-परिणामो    4

संघोवरि बहु-माणो, 
पुत्थय-लिहणं पभावणा तित्थे
सड्ढाण किच्चमेअं, 
निच्चं सुगुरू-वएसेणं    5

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