जय वीयराय सूत्रजय वीयराय सूत्र
।। जय वीयराय सूत्र ।।जय वीयराय! जग-गुरु!होउ ममं तुह प्पभावओ भयवं!भव-निव्वेओ मग्गाणुसारिआइट्ठफल-सिद्धी १. लोग-विरुद्ध-च्चाओगुरु-जण-पूआ परत्थ-करणं चसुह-गुरु-जोगो तव्वयण-सेवणा,आ-भवमखंडा 2. वारिज्जइ जइ{...}
।। जय वीयराय सूत्र ।।जय वीयराय! जग-गुरु!होउ ममं तुह प्पभावओ भयवं!भव-निव्वेओ मग्गाणुसारिआइट्ठफल-सिद्धी १. लोग-विरुद्ध-च्चाओगुरु-जण-पूआ परत्थ-करणं चसुह-गुरु-जोगो तव्वयण-सेवणा,आ-भवमखंडा 2. वारिज्जइ जइ{...}
।। उवसग्गहरं सूत्र ।।उवसग्ग-हरं पासं,पासं वंदामि कम्म-घण-मुक्कं।विसहर-विस-निन्नासं,मंगल-कल्लाण-आवासं। १. विसहर-फुलिंग-मंतं,कंठे धारेइ जो सया मणुओ।तस्स गह-रोग-मारी,दुट्ठ-जरा जंति उवसामं २.चिट्ठउ दूरे मंतो,तुज्झ पणामो{...}
।। पंच परमेष्ठि नमस्कार सूत्र ।।नमोऽर्हत् सिद्धाचार्योंपाध्याय-सर्व-साधुभ्य:{...}
।। जावंत केवि साहू सूत्र ।।जावंत केवि साहू,भरहेरवय-महा-विदेहे अ.सव्वेसिं तेसिं पणओ,ति-विहेण ति-दंड- विरयाणं १.{...}
।। जावंति चेइआइं सूत्र ।।जावंति चेइआइं,उड्ढे अ अहे अ तिरिअ-लोए अ।सव्वाई ताई वंदे,इह संतो तत्थ संताई १.{...}
।। नमुत्थुणं सूत्र ।।नमुत्थुणं, अरिहंताणं, भगवंताणं,आइ-गराणं, तित्थ-यराणं, सयं-संबुद्धाणं,पुरिसुत्तमाणं, पुरिस-सीहाणं,पुरिस वर पुंडरी आणं,पुरिस-वर-गंध-हत्थीर्ण,लोगुत्तमाणं, लोग-नाहाणं,लोग-हिआणं, लोग-पईवाणं, लोग-पज्जोअ-गराणं,अभय-दयाणं, चक्छु-दयाणंमग्ग- दयाणं, सरण- दयाणं, बोहि{...}
।। जंकिंचि सूत्र ।। जंकिंचि नाम तित्थं, सग्गे पायालि माणुसे लोए;जाइं जिण बिंबाई, ताइं सव्वाइं वंदामि.{...}
|| जगचिंतामणि सूत्र || इच्छ्कारेण संदिसह भगवन् !चैत्यवंदन करुं ? इच्च्छं , जग चिंतामणि !जगनाह ! जगगुरु ! जगरक्खण ! जगबंधव{...}
सामाइय-वय-जुत्तो, जाव मणे होइ नियम-संजुत्तो.छिन्नइ असुहं कम्मं, समाइय जत्तिआ वारा…………………………. .1. सामाइयम्मि उ कए, समणो इव सावओ हवइ जम्हा.एएण कारणेणं,{...}
करेमि भन्ते ! सामैयम्, सवज्जम जोगमपच्चक्खामि, जावा नियमम पज्जुवसामि,दुविहम, तिविहेनम, मानेनम, वायाए, काएनम,न करेमि, न करावेमि तस्स भन्ते !पडिक्कमामि, निन्दामि,{...}