पोरिसि साढपोरिसिका पच्चक्खाणपोरिसि साढपोरिसिका पच्चक्खाण

उग्गए सूरे, नमुक्कार-सहिअं, पोरिसिं, मुट्ठिसहिअं, पच्चक्खाइ (पच्चक्खामि);उग्गए सूरे चउव्विहं पि आहारं, असणं, पाणं, खाइमं, साइमं, अन्नत्थणाभोगेणं, सहसागारेणं, पच्छन्नकालेणं, दिसामोहेणं, साहुवयणेणं, महत्तरागारेणं,{...}

READ MOREREAD MORE

नमुक्कार सहिअम् का पच्चक्खाणनमुक्कार सहिअम् का पच्चक्खाण

उग्गए सूरे, नमुक्कार-सहिअं, पोरिसिं, साड्ढपोरिसिं, सूरे उग्गए पुरिमड्ढ, अवड्ढ मुट्ठिसहिअं, पच्चक्खाइ (पच्चक्खामि); चउव्विहं पि आहारं, असणं, पाणं, खाइमं, साइमं, अन्नत्थणाभोगेणं,{...}

READ MOREREAD MORE

श्री पाक्षिकादि अतिचारश्री पाक्षिकादि अतिचार

|| श्री पाक्षिकादि अतिचार सूत्र || नाणंमि दंसणंमि अ, चरणंमि तवंमि तह य वीरियंमि आयरणं आयारो, ईय एसो पंचहा भणिओ ॥ज्ञानाचार, दर्शनाचार, चारित्राचार,{...}

READ MOREREAD MORE

श्री संतिकरं स्त्रोतश्री संतिकरं स्त्रोत

।। श्री संतिकरं स्त्रोत ।। संति-करं संति-जिणं, जग-सरणं जय सिरीइ दायारं ।समरामि भत्त-पालग-निव्वाणी-गरुड-कय-सेवं               {...}

READ MOREREAD MORE

श्री बृहत्‌-शांति सूत्रश्री बृहत्‌-शांति सूत्र

|| श्री बृहत्‌-शांति सूत्र ||  भो भो भव्या! श्रृणुत वचनं, प्रस्तुतं सर्वमेतद्,ये यात्रायां त्रि-भुवन गुरो-रार्हता! भक्ति-भाजः!तेषां शांतिर्भवतु भवतामर्हदादिप्रभावा,दारोग्य-श्री धृति-मति-करी क्लेशविंध्वंस-{...}

READ MOREREAD MORE

अजित शांति सूत्रअजित शांति सूत्र

।। अजित शांति सूत्र ।। अजिअं जिअ-सव्व-भयं, संतिं च पसंत-सव्व-गय-पावं.जय-गुरु संति-गुणकरे, दो वि जिण-वरे पणिवयामि………………………………..1 गाहा. ववगय-मंगुल-भावे, ते हं विउल-तव-निम्मल-सहावे.निरुवम-मह-प्पभावे,{...}

READ MOREREAD MORE

स्नातस्या स्तुतिस्नातस्या स्तुति

।। स्नातस्या स्तुति ।। स्नातस्या~प्रतिमस्य मेरु-शिखरे शच्या विभो: शैशवे;रूपा~लोकन-विस्मया~ह्रत -रस-भ्रांत्या भ्रमच्-चक्षुषा ।उन्-मृष्टं नयन-प्रभा-धवलितं क्षिरोदका~शंकया;वक्त्रं यस्य पुनः पुनः स जयति श्री-वर्द्धमानो{...}

READ MOREREAD MORE

सकलार्हत्-स्तोत्रसकलार्हत्-स्तोत्र

।। सकलार्हत्-स्तोत्र ।। सकलाऽऽर्हत् – प्रतिष्ठान~मधिष्ठानं शिव – श्रियः ।भूर् – भुव :-स्वस् – त्रयीशान~मार्हन्त्यं प्रणिदध्महे        ।।१।।{...}

READ MOREREAD MORE

सकल तीर्थ वन्दना सूत्रसकल तीर्थ वन्दना सूत्र

|| सकल तीर्थ वन्दना सूत्र || सकल तीर्थ वंदुं कर जोड, जिनवर नामे मंगल क्रोडपहेले स्वर्गे लाख बत्रीश, जिनवर चैत्य नमुं निश-दिश   {...}

READ MOREREAD MORE

भरहेसर सज्झाय सूत्रभरहेसर सज्झाय सूत्र

|| भरहेसर सज्झाय सूत्र || भरहेसर बाहुबली, अभय कुमारो अ ढंढण कुमारोसिरिओ अण्णिआ उत्तो, अइमुत्तो नागदत्तो अ 1 मेअज्ज थूलभद्दो, वयर रिसी नंदिसेण{...}

READ MOREREAD MORE