श्री सिद्धाचलजी के 21 खमासणा के दोहेश्री सिद्धाचलजी के 21 खमासणा के दोहे
January 15, 2025January 15, 2025 8:04 pm
सिद्धाचल समरु सदा, सोरठ देश मोझार मनुष्य जन्म पामी करी, वंदु वार हजार ।।१।। अंग वसन मन भूमिका, पूजोपगरण सार{...}